पुणे न्यूज डेस्क: यह मामला पुणे के व्यवसायी लक्ष्मण साधु शिंदे की हत्या से जुड़ा है, जिनका शव पटना एयरपोर्ट से अगवा होने के कुछ दिनों बाद जहानाबाद जिले में पाया गया। 12 अप्रैल को घोषी थाना क्षेत्र में सड़क किनारे उनका शव बरामद हुआ था, जिसकी तत्काल पहचान नहीं हो सकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। पटना पुलिस की जांच के बाद शव की पहचान हुई और परिजनों को सौंपा गया। इससे पहले जहानाबाद पुलिस शव को लावारिस मानकर अंतिम संस्कार की तैयारी में थी।
लक्ष्मण शिंदे पुणे के कोर्थूड़ इलाके के निवासी थे और 11 अप्रैल को इंडिगो की फ्लाइट से पटना पहुंचे थे। उन्होंने आखिरी बार अपनी पत्नी से बात करते हुए बताया था कि शिवराज सागी नाम का व्यक्ति गाड़ी भेज रहा है और वह झारखंड के किसी ऑफिस में जाने वाले हैं। इसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया और फिर किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन उठाकर कहा कि वे बाथरूम में हैं। इसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला और परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस जांच में सामने आया कि शिंदे और सागी के मोबाइल की आखिरी लोकेशन नालंदा के हिलसा इलाके में मिली थी। शक है कि साइबर अपराधियों ने उन्हें किसी लालच या बहाने से पटना बुलाया और हत्या कर दी। शिंदे के परिजनों ने पहले पुणे में और फिर पटना आकर हवाईअड्डा थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अब पुलिस इस केस को अपहरण के बाद हत्या के एंगल से देख रही है और सभी संदिग्ध नंबरों की छानबीन कर रही है।
जहां से शव मिला, उस जगह पर हत्या के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं, जिससे पुलिस को लगता है कि हत्या कहीं और कर शव को जहानाबाद में लाकर फेंका गया। सागी के कॉल रिकॉर्ड में कुछ ऐसे संदिग्ध नंबर मिले हैं जो साइबर अपराधियों से जुड़े हो सकते हैं। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि हत्या के पीछे की साजिश और दोषियों का पर्दाफाश किया जा सके।