पुणे न्यूज डेस्क: पुणे क्राइम ब्रांच ने बिहार के एक एजुकेशन काउंसलर कुणाल कुमार को गिरफ्तार किया है, जो एक नामी शैक्षणिक संस्थान के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर बच्चों से एडमिशन के नाम पर ठगी कर रहा था। उसने संस्थान का लोगो और फोटो इस्तेमाल कर ऑनलाइन विज्ञापन चलाए और छात्रों को झूठे वादे करके एडमिशन का झांसा दिया। इस बात की शिकायत जब असली संस्थान को हुई, तो 2 अप्रैल 2024 को डेक्कन जिमखाना थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई।
पुलिस जांच में पता चला कि कुणाल लगातार जगह बदल रहा था ताकि गिरफ्तारी से बच सके। वह अपनी पत्नी के साथ थाईलैंड भागने की फिराक में था, लेकिन कोलकाता एयरपोर्ट पर उड़ान से कुछ मिनट पहले उसे पकड़ लिया गया। पुलिस को पहले से जानकारी थी कि आरोपी देश छोड़ने वाला है, इसी इनपुट के आधार पर उसे रोका गया। पकड़े जाने के बाद उससे पूछताछ की गई तो ठगी के और भी राज़ सामने आए।
पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ कि कुणाल 2021 के एक पुराने साइबर क्राइम केस में पहले से वांटेड था। उस केस में कोर्ट ने उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, फिर भी उसने सरेंडर नहीं किया। पुलिस को शक था कि वो देश से फरार हो सकता है, इसलिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। अब पुलिस उसकी ठगी से जुड़ी पूरी चेन खंगाल रही है।