पुणे न्यूज डेस्क: पुणे में एक सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आरोपियों ने उन्हें खुफिया विभाग में नौकरी, गुप्त मिशन, गृह मंत्री से सीधा संपर्क और 38 करोड़ रुपये के इनाम जैसे लालच देकर ठगा। पीड़ित अधिकारी सूर्यकांत दत्तात्रय थोरात से चार साल में करीब 4 करोड़ 6 लाख रुपये वसूले गए। खास बात यह है कि इस धोखाधड़ी में उनके ही सगे रिश्तेदार शामिल निकले।
शिकायत के मुताबिक, 2019 में पत्नी के भाई सुनील प्रभाले ने थोरात से संपर्क किया और बताया कि उसका बेटा शुभम खुफिया विभाग में काम करता है और उसे गुप्त मिशन में योगदान के बदले 38 करोड़ रुपये का इनाम मिलने वाला है। लेकिन इनाम पाने के लिए प्रक्रिया शुल्क, कानूनी खर्च और अधिकारियों को उपहार देने की जरूरत बताई गई। विश्वास दिलाने के लिए आरोपियों ने यहां तक किया कि गृह मंत्री अमित शाह से कॉन्फ्रेंस कॉल का नाटक किया।
2020 से 2024 के बीच आरोपियों ने थोरात से कई बार पैसों की मांग की और लाखों रुपये वसूल किए। इनमें से कुछ रकम बैंक ट्रांसफर से और कुछ नकद में ली गई। सारस्वत बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और इंडसइंड बैंक के खातों का इस्तेमाल किया गया। आरोपियों ने रक्षा मंत्रालय के नाम पर आवेदन, दिल्ली यात्रा, वकीलों की फीस और अधिकारियों को उपहार जैसी वजहों से पैसे ऐंठे।
जब चार साल बाद भी वादा किया गया पैसा नहीं मिला, तो थोरात ने 15 सितंबर 2025 को पुणे के पर्वती पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने शुभम प्रभाले, सुनील प्रभाले, ओंकार प्रभाले, प्रशांत प्रभाले और भाग्यश्री प्रभाले के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया है।