पुणे न्यूज डेस्क: पुणे की एक अदालत ने ड्रग्स पार्टी मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे के दामाद प्रांजल खेवलकर और चार अन्य की पुलिस हिरासत 31 जुलाई तक बढ़ा दी है। वहीं दो महिला आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अभियोजन पक्ष का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपी एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं।
प्रांजल खेवलकर की तरफ से पेश वकील ने दावा किया कि उन्हें झूठा फंसाया जा रहा है क्योंकि उनकी पत्नी ने 'हनी ट्रैप' मामले के खिलाफ आवाज उठाई थी। इस मामले को लेकर अब पुलिस और एकनाथ खडसे आमने-सामने आ गए हैं। खडसे ने पुलिस पर छापे का वीडियो लीक करने और उनके दामाद की निजी तस्वीरें सार्वजनिक करने का आरोप लगाया है।
पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कार्रवाई पूरी तरह पारदर्शी और कानून के दायरे में की गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की जानकारी मीडिया में लीक करना पुलिस का उद्देश्य नहीं था।
यह मामला तब सामने आया जब रविवार तड़के पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने खराड़ी स्थित एक स्टूडियो अपार्टमेंट में छापा मारा था। वहां से कथित कोकीन, गांजा, हुक्का सेट और शराब की बोतलें बरामद की गईं और कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें खडसे के दामाद भी शामिल थे।