पुणे न्यूज डेस्क: पुणे का ऐतिहासिक शनिवार वाड़ा एक बार फिर विवादों में है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ मुस्लिम महिलाएं वहां नमाज पढ़ती नजर आईं। इस वीडियो के सामने आते ही राजनीतिक हलचल मच गई। बीजेपी की राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी ने इस घटना को "ऐतिहासिक धरोहर का अपमान" बताया, जबकि पार्टी के नेता नितेश राणे ने इसे लेकर सख्त चेतावनी दी।
नितेश राणे ने एक वीडियो जारी कर कहा कि शनिवार वाड़ा हिंदू समाज की शौर्यगाथा का प्रतीक है और यह हर हिंदू के दिल के बेहद करीब है। उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अगर तुम्हें वहां नमाज पढ़नी है तो हम भी हाजी अली दरगाह के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे, तब तुम्हारी भावना आहत नहीं होगी?" उन्होंने आगे सवाल किया कि जब मस्जिदें मौजूद हैं तो सार्वजनिक जगहों पर नमाज की क्या जरूरत है?
अपने बयान में राणे ने कहा कि धर्मस्थलों की सीमाओं का सम्मान होना चाहिए, और अगर किसी ने शनिवार वाड़ा जैसे ऐतिहासिक स्थल पर धार्मिक आयोजन किया है, तो हिंदू संगठनों की प्रतिक्रिया भी जायज है। उन्होंने कहा, "अगर हमारे कार्यकर्ता वहां आवाज उठाते हैं, तो वो गलत नहीं। वरना कल हाजी अली के बाहर महाआरती होगी, तो किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।"
इस विवाद के बाद रविवार को मेधा कुलकर्णी, सकल हिंदू समाज और पतित पावन संगठन के सदस्यों ने शनिवार वाड़ा में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने उस जगह पर गौमूत्र छिड़ककर और गोबर लगाकर ‘शुद्धिकरण’ किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई, लेकिन हालात पर बाद में काबू पा लिया गया। यह घटना अब महाराष्ट्र की सियासत में नया विवाद बन चुकी है।