पुणे न्यूज डेस्क: महाराष्ट्र के सतारा जिले में चल रहे एक हाई-प्रोफाइल ठगी मामले ने सबको चौंका दिया है। इस मामले की मुख्य आरोपी कश्मीरा पवार है, जिस पर आरोप है कि उसने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की राष्ट्रीय सलाहकार बताकर करोड़ों रुपये की ठगी की। अब जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि पुणे की एक कंपनी से उसके फर्जी खाते में 1.3 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ था। खास बात यह है कि यह कंपनी राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी की पत्नी अनुप्रिता सोलंकी की है।
अनुप्रिता ने पुलिस को बताया कि उन्होंने यह रकम कश्मीरा को दी थी, लेकिन पैसा अब तक वापस नहीं मिला। उन्होंने शिकायत भी दर्ज नहीं कराई, क्योंकि कश्मीरा उनके पारिवारिक परिचित थीं और रिश्तों में भरोसे की वजह से उन्होंने रकम सौंप दी। पुलिस जांच से साफ हुआ कि जनवरी 2020 से फरवरी 2022 के बीच कश्मीरा ने अपनी फर्जी कंपनी ‘इंडियन सप्लाइज’ के खातों से करीब 14.73 करोड़ रुपये का लेन-देन किया था।
चार्जशीट में सामने आया है कि कश्मीरा ने मीडिया रिपोर्ट्स, फर्जी दस्तावेज और यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नकली हस्ताक्षरों वाले पत्रों का भी इस्तेमाल किया। उसने लोगों को यह विश्वास दिलाया कि वह बड़े नेताओं और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से जुड़ी हुई है। यही नहीं, उसकी तस्वीरें शरद पवार जैसे दिग्गज नेताओं के साथ भी सामने आईं, जिन्हें वह अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करती थी।
पुलिस का कहना है कि इस ठगी में अब तक करीब 50 करोड़ रुपये की राशि सामने आई है। कश्मीरा पवार के साथ उसके छह साथी भी गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि एक आरोपी फरार है। पुलिस का दावा है कि ठगी से मिली रकम से आरोपियों ने आलीशान जीवन जिया और लग्जरी कारें खरीदीं। यह पूरा मामला अब बॉम्बे हाईकोर्ट की निगरानी में है और सभी आरोपियों पर सतारा और पुणे में कई केस दर्ज हैं।