पुणे न्यूज डेस्क: पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज से मंगलवार रात एक दर्दनाक खबर सामने आई, जहां 21 वर्षीय मेडिकल छात्रा ने हॉस्टल में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मृतका राजस्थान की रहने वाली थी और एमबीबीएस के दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। पुलिस के अनुसार, वह हॉस्टल के कमरे में दो अन्य छात्राओं के साथ रहती थी। देर रात तक कमरे में न लौटने पर उसकी रूममेट्स ने खोजबीन की और इसी दौरान दूसरी छात्रा ने उसे पास के कमरे में फांसी पर लटका देखा। तुरंत ही हॉस्टल प्रबंधन और पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
मौके पर पहुंची पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें छात्रा ने साफ लिखा था कि वह मानसिक स्वास्थ्य का इलाज करा रही थी और पढ़ाई जारी रखना चाहती थी। उसने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। पुलिस का कहना है कि यह नोट बेहद संक्षिप्त था, लेकिन इसमें उसकी मानसिक स्थिति का इशारा मिलता है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्रा स्कूल के दिनों से ही मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या का इलाज करा रही थी। पुलिस ने बताया कि वह लंबे समय से दवाइयां ले रही थी और परामर्श भी ले रही थी। परिवार को घटना की जानकारी दे दी गई है और वे पुणे पहुंच रहे हैं।
फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। साथ ही कॉलेज प्रबंधन ने छात्रों से अपील की है कि वे मानसिक तनाव या डिप्रेशन की स्थिति में तुरंत मदद लें। यह घटना मेडिकल छात्रों में बढ़ते मानसिक दबाव और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता की आवश्यकता को फिर से उजागर करती है।