ताजा खबर
इमरान खान को तगड़ा झटका, PTI शासित खैबर पख्तूनख्वा में राज्यपाल शासन लगाने की तैयारी में सरकार   ||    पाकिस्तान में सैन्य नेतृत्व को लेकर खड़ा हुआ संकट, आसिम मुनीर को CDF बनाने से पहले गायब हुए PM शहबाज   ||    ‘ड्रामा नहीं डिलीवरी, नारा नहीं नीति चलेगी…, संसद सत्र से पहले PM मोदी के विपक्ष को 5 बड़े संदेश   ||    संसद-राष्ट्रपति की मुहर…फिर आसिम मुनीर को क्यों नहीं मिल रहा पाकिस्तान का सबसे पावरफुल पद?   ||    दुनिया में बीजिंग के बड़े दावे हो गए फुस्स, मार्केट में नहीं बिक रहे चीन के हथियार   ||    बाड़मेर ने तय समय से पहले पूरा किया SIR का काम, टॉपर IAS टीना डाबी का जिला बना मिसाल   ||    Gita Mahotsav: हर स्कूल के बस्ते में हो गीता…CM मोहन यादव ने बताया लाइफ बैलेंस करना सिखाता है धर्मं ...   ||    अखिलेश का आरोप: UP हार के बाद बेचैन BJP, SIR के जरिए काटना चाह रही वोट   ||    Parliament Winter Session: ब्लास्ट में बचने से लेकर नॉनवेज छोड़ने तक… पीएम मोदी ने बताई उपराष्ट्रपति...   ||    खराब ट्रैफिक मैनेजमेंट-बेकार पुलिस… बेंगलुरु में क्यों परेशान हो गए सपा सांसद राजीव राय, CM को क्या ...   ||   

क्या आपका बच्चा भी खता है मिट्टी तो हो जाएं सावधान, जानिए क्या है पिका डिसऑर्डर

Photo Source :

Posted On:Wednesday, June 22, 2022

मुंबई, 22 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन) एक अजीब बीमारी होने के बावजूद, पिका आमतौर पर बड़ी संख्या में लोगों में देखा जाता है। पिका विकार आमतौर पर गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों में आम है।

अधिकांश छोटे बच्चे और गर्भवती माताएं गंदगी के साथ-साथ अन्य चीजों का भी सेवन करने लगती हैं। हमारे आहार का संबंध पिका बीमारी से है। जिन लोगों के पास पिका है, वे लगातार गैर-खाद्य वस्तुओं की लालसा रखते हैं, जिनमें सूखे पेंट चिप्स, बर्फ के टुकड़े, साबुन, बटन, मिट्टी, रेत, सिगरेट की राख, पेंट, चाक, और बहुत कुछ शामिल हैं।

पिका विकार शारीरिक कमजोरी के साथ संयुक्त मनोविकृति है जिसमें रोगी अत्यधिक भोजन का भी सेवन कर सकता है, जिससे शरीर में कई बीमारियों और विषाक्त पदार्थों का विकास हो सकता है। ऐसी चीजें खाने से आंतों में संक्रमण, बैक्टीरियल वायरस और जहर जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।

किसी व्यक्ति में पिका विकार आयरन, जिंक या अन्य पोषक तत्वों की कमी का परिणाम हो सकता है। सिज़ोफ्रेनिया और ओसीडी (जुनून-बाध्यकारी विकार) जैसी मानसिक बीमारियां भी विकार का कारण बन सकती हैं।

रोगी को गैर-खाद्य पदार्थों की इच्छा और उन्हें खाने की आदत विकसित होती है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि कुछ व्यक्तियों में पिका के विकास में कुपोषण और परहेज़ भी भूमिका निभा सकता है। परिणामस्वरूप रोगियों को तृप्ति का अनुभव होता है।

अगर आपको पिका के कोई लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। शुरुआत में, पिका का आसानी से इलाज किया जा सकता है। आपको रक्त परीक्षण करवाना चाहिए ताकि शरीर की कमियों की पहचान की जा सके। आपको अपने आहार में प्रोटीन और विटामिन जैसे सभी आवश्यक पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.