ताजा खबर
पुणे के व्यापारी की हत्या में बड़ा खुलासा, 4 राज्यों के 7 व्यापारियों से 1.6 करोड़ की फिरौती वसूल चु...   ||    स्वर्ग गेट बस डिपो रेप केस में पुणे पुलिस ने दायर की 893 पन्नों की चार्जशीट, 82 गवाहों के बयान शामिल   ||    ट्रंप प्रशासन का बड़ा कदम, 1,000 विदेशी छात्रों के वीजा रद्द   ||    हिंदू विरोधी पूर्वाग्रह से निपटने के लिए स्कॉटलैंड ने उठाया बड़ा कदम, संसद में पेश किया ये प्रस्ताव   ||    अमेरिका के पूर्व सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी की हत्या किसने की, जारी हुआ 10 हजार पन्नों का रिकॉर्ड   ||    अपने भाई के साथ 1 साल तक संबंध बनाती रही अमेरिकी युवती, तब महज 17 साल थी उम्र...खुलासा कर देगा हैरान   ||    कोविड-19 लैब-लीक थ्योरी को किसने दबाया? व्हाइट हाउस की नई वेबसाइट पर बड़ा खुलासा   ||    म्यांमार में फिर आया भूकंप, देर रात दो बार हिली धरती, घर छोड़कर भागे लोग, जानिए कितनी रही तीव्रता?   ||    पूर्व अंडरवर्ल्ड डॉन मुथप्पा राय के बेटे पर जानलेवा हमला, कर्नाटक में मारी गोली   ||    BECIL के पूर्व CMD को CBI ने किया गिरफ्तार, पिछले साल दर्ज हुई थी FIR; जानें क्या है पूरा मामला   ||   

चीतों की मौत पर SC ने बंद की सुनवाई, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Monday, August 7, 2023

मुंबई, 7 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 9 चीतों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। केंद्र ने कोर्ट को बताया कि चीतों को देश में बसाने में कुछ समस्याएं जरूर हैं, लेकिन चिंता करने जैसा कुछ भी नहीं है। कोर्ट ने केंद्र की दलीलों को स्वीकार करते हुए सुनवाई बंद कर दी। कोर्ट ने यह भी कहा कि भारत में चीतों को बसाने के प्रोजेक्ट पर सरकार से सवाल पूछने का कोई कारण नहीं है। आपको बता दें, कूनो में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीतों को लाया गया है। चार शावकों ने यहां जन्म लिया। इनमें से 6 चीतों और तीन शावकों की मौत हुई है। इसी मामले को लेकर याचिका दायर की गई थी।

सुनवाई के दौरान केंद्र ने कहा कि दुनिया में पहली बार चीते एक कॉन्टिनेंट से दूसरे कॉन्टिनेंट में शिफ्ट किए गए हैं। चीतों के बाड़े का तापमान ज्यादा होना भी उनके लिए मुश्किल होता है। नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के कम तापमान के मुकाबले यहां का तापमान ज्यादा रहता है। 1952 में देश में चीते विलुप्त घोषित कर दिए गए थे। चीतों को देश में फिर से बसाने की योजना के तहत विदेशों से चीतों को लाया गया है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि हमारी योजना के मुताबिक हर साल औसतन 5 से आठ चीता शावक देश में पैदा होंगे। सरकार अगले पांच साल तक 12 से 14 चीते विदेशों से लाएगी। कूनो में अभी एक शावक सहित 15 चीते हैं।

केंद्र सरकार ने कहा कि भारत में तमाम चुनौतियों के बाद चीतों की मृत्यु दर दुनिया के अन्य हिस्सों के मुकाबले काफी कम होना उपलब्धि है। अन्य जंगली जानवरों यानी बाघ, तेंदुओं और जंगली सुअरों से इन्हें बचाना बड़ी चुनौती है। इन्फेक्शन और डिहाइड्रेशन चीतों की मौत का बड़ा कारण है। इस मामले में इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स से राय ली जा रही है।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.