ताजा खबर
पुणे में IT प्रोफेशनल ने दोस्त पर लगाया दुष्कर्म का झूठा आरोप, पुलिस जांच में खुली सच्चाई   ||    छांगुर बाबा का नया खेल: धर्मांतरण के नाम पर पुणे में करोड़ों की संपत्तियां, कोर्ट क्लर्क की पत्नी को...   ||    BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी क्यों? सामने आई 3 बड़ी वजह, चर्चा में है ये 4 बड़े नाम   ||    उत्तराखंड में लैंडस्लाइड से सड़कें ब्लॉक, हिमाचल में बादल फटने से बाढ़; बारिश से किस राज्य में कैसे ...   ||    राफेल की इमेज खराब करने के लिए चीन का प्रोपेगैंडा, ऑपरेशन सिंदूर के बाद फैलाई थी अफवाह   ||    Amarnath Yatra: ‘ऐसा लग रहा है मानो स्वर्ग आ गए…’, यात्री बोले- कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता   ||    ‘ग्लोबल साउथ दोहरे मानदंडों का शिकार, भारत मानवता के हित में’, BRICS सम्मेलन में बोले प्रधानमंत्री म...   ||    दुनिया के 7 अजूबे कौन से हैं? जिनका 7 जुलाई को ही हुआ था ऐलान, ताजमहल ने पाया था 7वां स्थान   ||    LIVE आज की ताजा खबर, 7 July 2025 Today Breaking News: 18 जुलाई को बिहार आएंगे PM मोदी, मोतिहारी में ...   ||    ट्रंप की नेतन्याहू से मुलाकात क्यों जरूरी है? जंग के बाद पहली बार किन मुद्दों पर होगी चर्चा   ||   

भारत-पाक सीजफायर पर ट्रम्प के दावे को एस जयशंकर ने बताया गलत, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Tuesday, July 1, 2025

मुंबई, 01 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका दौरे के दौरान भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दावों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने का अमेरिका के साथ किसी भी व्यापारिक सौदे से कोई संबंध नहीं है। जयशंकर अमेरिका में न्यूजवीक मैगजीन के सीईओ देव प्रसाद के साथ एक इंटरव्यू में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि 9 मई की रात जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी, तब वे भी उसी कमरे में मौजूद थे। वेंस ने चेताया था कि पाकिस्तान भारत पर बड़ा हमला करने की योजना बना रहा है। इस पर पीएम मोदी ने बिना किसी हिचक के जवाब दिया कि भारत जवाबी कार्रवाई करेगा।

जयशंकर ने बताया कि 10 मई की सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पीएम मोदी से संपर्क किया और कहा कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है। इसके बाद पाकिस्तान के DGMO मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला ने भारत के DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई से संपर्क कर सीजफायर की पेशकश की थी। यह बयान ट्रम्प के उस दावे के उलट है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान को व्यापारिक समझौते रद्द करने की धमकी देकर उन्होंने युद्ध रुकवाया था। जयशंकर ने स्पष्ट किया कि कूटनीति और व्यापार के मसले पूरी तरह अलग हैं। व्यापारिक फैसले पेशेवर लोग लेते हैं और वे व्यापारिक समझौतों, संख्याओं और उत्पादों पर केंद्रित रहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत का आतंकवाद को लेकर रुख स्पष्ट है—आतंकवादियों को न तो बख्शा जाएगा और न ही उन्हें छिपाने वाले देशों को। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को एक सोचा-समझा आर्थिक युद्ध करार दिया। उनका कहना था कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुआ हमला पर्यटन उद्योग को तबाह करने की नीयत से किया गया था, जिससे घाटी की अर्थव्यवस्था चरमरा जाए। आतंकियों ने जानबूझकर धार्मिक पहचान के आधार पर लोगों को निशाना बनाया ताकि सांप्रदायिक तनाव बढ़े और डर का माहौल बने।

जयशंकर ने यह भी कहा कि अब भारत न्यूक्लियर हथियारों की धमकी से डरने वाला देश नहीं है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भारत अब संयम का पाठ नहीं पढ़ेगा, अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो भारत भी सीधा जवाब देगा। उन्होंने कहा कि अब आतंकवादियों के साथ-साथ उन्हें पनाह देने वाले भी सुरक्षित नहीं रहेंगे। इसी बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान सीजफायर का श्रेय खुद को देते हुए कहा कि उन्होंने अपने अधिकारियों को भारत और पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक समझौते रद्द करने का निर्देश दिया था। ट्रम्प के मुताबिक यह धमकी ही थी, जिसने दोनों देशों को युद्ध रोकने पर मजबूर किया।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.