ताजा खबर
Narak chaturdashi 2025: नरक चतुर्दशी कब है 19 या 20 अक्टूबर 2025, रूप चौदस का स्नान कब होगा?   ||    अमेरिकी डॉलर के खिलाफ चीन-रूस-भारत की बड़ी चाल! अब बढ़ेगी टैरिफ लगाने वाले ट्रंप की टेंशन   ||    चीन-अमेरिका के दम पर उछल रहा पाकिस्तान! हथियारों की सप्लाई भारत की बढ़ा सकती चुनौती, समझें पूरा समीक...   ||    Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अंतिम दौर में बातचीत, इस फॉर्मूले पर जल्द लगे...   ||    जन सुराज की पहली लिस्ट में प्रशांत किशोर का नाम नहीं, अब इस सीट से अटकलें हुईं तेज   ||    US Tariff On India: अमेरिका से भारत के लिए आई अच्छी खबर! टैरिफ वाले फैसले पर ट्रंप का यू टर्न, मिली ...   ||    Missile Engine: किन-किन देशों में बनाया जाता है मिसाइल का इंजन, इस मामले में कहां आता है भारत?   ||    RJD संसदीय बोर्ड की बैठक हुई रिशेड्यूल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लालू प्रसाद यादव से करेंगे मुलाकात   ||    बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, हर परिवार में 1 को मिलेगी सरकारी नौकरी   ||    'भारत-ब्रिटेन के संबंधों की नींव में लोकतंत्र, रोजगार के नए अवसर बनेंगे', कीर स्टार्मर से मुलाकात के...   ||   

पाकिस्तान के पास कैश की कमी, सकारी खर्च पर नियंत्रण करने का किया फैसला, जानिए पूरा मामला

Photo Source :

Posted On:Wednesday, August 28, 2024

मुंबई, 28 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान के पास सरकारी कामकाज के लिए भी पैसा नहीं बचा है। इसके चलते सरकार ने सकारी खर्च पर नियंत्रण करने का फैसला किया है। पाकिस्तान की कैबिनेट ने 6 मंत्रालयों के 80 से ज्यादा विभागों के विलय और खत्म करने का फैसला किया है। विभागों की संख्या को 82 से घटाकर 40 किया जाएगा। इसके अलावा सरकार ने गैर-जरूरी खर्चों पर भी रोक लगाने का फैसला किया है। इसमें सराकारी के दफ्तरों के अंदर साफ-सफाई जुड़े कामों को भी शामिल किया है। इसका मतलब यह है कि अब से पाकिस्तान के सरकारी दफ्तरों में साफ-सफाई का काम नहीं होगा।

पाकिस्तान की रिफॉर्म कमेटी ने सरकार को सलाह देते हुए सरकारी भर्तियों पर रोक लगाने के लिए कहा है। इसके अलावा सरकारी नौकिरियों के खाली पड़े 1.5 लाख पदों को भी खत्म करने की सिफारिश की है। विभागों के विलय के बाद कर्मचारियों पर पड़ने वाले असर की जांच के लिए सरकार ने एक कमेटी का गठन कर दिया है। इसके अलावा जिन विभागों को खत्म कर दिया गया है, उनके कर्मचारियों को राज्य सरकारों के विभागों और दूसरे संगठनों में भेजने का प्लान बनाया जा रहा है। साथ ही सरकार ने नए वाहनों की खरीद पर रोक लगा दी है। हालांकि इससे एंबुलेंस की खरीद को बाहर रखा गया है। पाकिस्तान आर्थिक संकट से उभरने के लिए कई बार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से राहत पैकेज की मांग कर चुका है।

वहीं, आर्थिक संकट और IMF की कड़ी शर्तों से जूझ रहे पाकिस्तान ने मई 2024 में सभी सरकारी कंपनियों को बेचने का फैसला किया था। पाक PM शहबाज शरीफ ने कहा था कि, 'बिजनेस करना सरकार का काम नहीं है, सरकार का काम बिजनेस और देश में निवेश के लिए अच्छा माहौल देना है।' शरीफ ने कहा था कि सभी सरकारी कंपनियों को बेचा जाएगा, चाहे मुनाफा कमा पा रही हों या नहीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार सिर्फ उन कंपनियों को अपने पास रखेगी जो रणनीतिक रूप से अहम हैं। प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रियों से अपील की थी कि वो प्रक्रिया को आसान बनाने में प्राइवेटाइजेशन कमीशन का सहयोग करें। पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय की दिसंबर 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पास 88 सरकारी कंपनियां हैं।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.