मुंबई, 08 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। असम के मशहूर गायक जुबीन गर्ग की मौत के मामले में बुधवार को राज्य के DSP और सिंगर के चचेरे भाई संदीपन गर्ग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वे हादसे के वक्त सिंगापुर में जुबीन के साथ मौजूद थे। पुलिस के अनुसार, उनसे पिछले कई दिनों से पूछताछ चल रही थी। अब उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या, आपराधिक साजिश और लापरवाही से मौत का कारण बनने के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। यह जुबीन की मौत के मामले में पांचवीं गिरफ्तारी है। इससे पहले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत, सिंगर के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और उनके दो बैंड सदस्यों—शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महंत को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। जुबीन का निधन 19 सितंबर को सिंगापुर में हुआ था, जहां वे नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में शामिल होने पहुंचे थे। वहां वाटर एडवेंचर एक्टिविटी के दौरान एक हादसे में उनकी जान चली गई थी।
हालांकि 4 अक्टूबर को गिरफ्तार बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी ने चौंकाने वाला दावा किया था कि सिंगर की मौत एक साजिश थी। उसने आरोप लगाया कि जुबीन को उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और आयोजक श्यामकानु महंत ने जहर दिया था और सिंगापुर को इसलिए चुना गया ताकि इसे हादसा दिखाया जा सके। गोस्वामी ने बताया कि घटना वाले दिन वे सभी एक याट पर थे, जिसे शर्मा खतरनाक तरीके से चला रहे थे। जुबीन जब डूबने लगे तो शर्मा ने “जाने दो” कहते हुए मदद नहीं की। उसने कहा कि जुबीन एक एक्सपर्ट स्विमर थे, इसलिए उनकी मौत डूबने से नहीं हो सकती।
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अब तक इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ 60 से ज्यादा FIR दर्ज की हैं। स्पेशल DGP गुप्ता ने बताया कि सिंगापुर में हुए पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट परिवार को प्रोटोकॉल के तहत दी जाएगी और दिल्ली की फोरेंसिक लैब में भेजे गए विसरा सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है। इसी रिपोर्ट से असली मौत की वजह सामने आएगी। SIT सूत्रों के अनुसार, जांच में कुछ वीडियो भी मिले हैं जिनमें आरोपी घटना के वक्त जुबीन के बहुत करीब दिख रहे हैं। जुबीन गर्ग असम के सबसे लोकप्रिय गायकों में से एक थे। 18 नवंबर 1972 को तिनसुकिया जिले में जन्मे जुबीन ने असमिया, हिंदी, बंगाली और अंग्रेजी सहित 40 भाषाओं में करीब 38 हजार से ज्यादा गाने गाए थे। वे असम के सबसे ज्यादा फीस पाने वाले सिंगर माने जाते थे और संगीतकार, गीतकार, एक्टर और निर्देशक के रूप में भी अपनी पहचान बना चुके थे।