श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में आतंकियों ने लोगों को पहचान कर निशाना बनाया, जिससे कई घरों के चिराग बुझ गए। किसी का पति छिन गया, किसी की गोद सूनी हो गई तो किसी माँ की ममता हमेशा के लिए छिन गई।
इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिन्हें देखकर हर किसी की आंखें भर आ रही हैं। इन तस्वीरों में दहशत, ग़म और मातम साफ झलक रहा है।
पति को बचाने के लिए बिलखती पत्नी
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक महिला अपने पति को बचाने की गुहार लगाती नजर आती है। वह कहती है,
"हम भेलपूरी खा रहे थे, तभी एक आदमी आया और गोली मार दी। उसने कहा – शायद ये मुस्लिम नहीं है, और फिर फायरिंग शुरू कर दी।"
वीडियो में महिला की चीख-पुकार और बेबसी दिल को चीर देने वाली है। वह रोते हुए कहती है कि उसने अपने पति को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन कुछ नहीं कर सकी।
मंजुनाथ का आखिरी वीडियो वायरल
एक और वायरल वीडियो मंजुनाथ नाम के पर्यटक का है, जो अपनी पत्नी के साथ पहलगाम घूमने आए थे। हमले से कुछ ही देर पहले उन्होंने शिकारा की सैर करते हुए एक वीडियो बनाया था।
वीडियो में दोनों मुस्कुराते हुए नजर आते हैं, अपने ट्रैवल एक्सपीरियंस की तारीफ कर रहे होते हैं। किसी को नहीं पता था कि यह उनका आखिरी वीडियो होगा। हमले में मंजुनाथ की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हैं।
पुलिस की वर्दी में आए थे आतंकी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आतंकी पुलिस की वर्दी पहनकर आए थे। उन्होंने पहले माहौल को सामान्य बनाए रखा और फिर अचानक गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
आतंकी खास तौर पर हिंदू पर्यटकों को निशाना बना रहे थे, जिससे हमले की गंभीरता और संवेदनशीलता और बढ़ जाती है।
हर तरफ मातम और लाशें
हमले के बाद पहलगाम का नज़ारा किसी युद्ध क्षेत्र जैसा हो गया। चारों तरफ लोगों की चीख-पुकार, लहूलुहान शरीर और भागते लोग नजर आ रहे थे।
पर्यटक जो घूमने और आराम करने आए थे, वे अपनों की लाशें उठाने पर मजबूर हो गए। कई परिवारों की पूरी यात्रा एक दुखद अंत में तब्दील हो गई।
मदद के लिए आगे आए स्थानीय लोग
हालांकि, हमले के दौरान स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आए। कई चश्मदीदों ने बताया कि जब आतंकियों की फायरिंग बंद हुई तो कई स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल तक लेकर गए।
एक वीडियो में एक युवक कहता है,
"हम जैसे ही गोली की आवाज सुनी, दौड़कर आए और घायलों को अपने वाहनों से अस्पताल पहुंचाया। वो इंसानियत के नाते था।"
पूरे कश्मीर में बंद और सुरक्षा अलर्ट
इस हमले के बाद आज कश्मीर बंद का ऐलान किया गया है। सभी राजनीतिक दलों ने एकजुट होकर आतंक के खिलाफ आवाज उठाई है। वहीं सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
निष्कर्ष
पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला केवल एक हमला नहीं, बल्कि इंसानियत पर हमला है। यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि हमें यह सोचने पर मजबूर भी करती है कि अब कितने निर्दोष और मासूम लोगों को खोना बाकी है?
सरकार और सेना ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन अब देश को मजबूत नीति और ठोस कदम की दरकार है ताकि ऐसे हमले फिर दोहराए न जा सकें।