मुंबई, 01 दिसम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ज़ेरोधा के फाउंडर निखिल कामत के पॉडकास्ट ‘पीपल बाय WTF’ में टेस्ला, स्पेसएक्स और xAI के सीईओ इलॉन मस्क ने लगभग दो घंटे तक बेहिचक अपने विचार रखे। इस दौरान उन्होंने तकनीक, भविष्य की नौकरियाँ, भारतीय टैलेंट, परिवार, सिमुलेशन थ्योरी, अर्थव्यवस्था और मानव चेतना जैसे कई बड़े विषयों पर बातें कीं। मस्क ने यह भी बताया कि उनकी पार्टनर शिवोन जिलिस दिल से आधी भारतीय हैं और उनके बेटे का नाम महान वैज्ञानिक सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर के सम्मान में “सेल्डन शेखर लाइकुर्गस मस्क” रखा गया है।
नीचे इंटरव्यू के मुख्य प्रश्न और मस्क के जवाब—
सवाल 1: क्या AI और रोबोटिक्स भविष्य में इंसानों की नौकरियाँ खत्म कर देंगे?
मस्क: आने वाले 10–20 सालों में काम करना मजबूरी नहीं बल्कि एक विकल्प रह जाएगा। मशीनें और AI इतनी क्षमतावान हो जाएंगी कि अधिकतर जरूरतें बिना इंसानी दखल के पूरी होंगी। काम सिर्फ उन लोगों की गतिविधि बनेगा जिन्हें क्रिएटिविटी या योगदान से आनंद मिलता है। उत्पादन इतना बढ़ेगा कि वस्तुएँ और सेवाएँ बहुत सस्ती हो जाएँगी।
सवाल 2: जब सबके पास सबकुछ होगा, तब लोगों के बीच प्रतिस्पर्धा किस बात की होगी?
मस्क: हम सिंगुलैरिटी की ओर बढ़ रहे हैं—वह बिंदु जहां AI की बुद्धिमत्ता इंसानों से कई गुना अधिक हो जाएगी। शुरुआती वर्षों में AI का लक्ष्य मानवों को खुश रखना, मनोरंजन देना और गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ उपलब्ध कराना होगा।
इसके बाद AI अंतरिक्ष में नई दुनिया बसाने जैसी परियोजनाओं पर काम करेगा—ऐसी चीजें जो अभी इंसानी कल्पना से भी बाहर हैं।
सवाल 3: अमेरिकी कंपनियों में भारतीय टैलेंट को आप कैसे देखते हैं?
मस्क: भारतीय दुनिया के सबसे होशियार लोगों में शामिल हैं। टेस्ला और स्पेसएक्स में हमारे कुछ बेहतरीन इंजीनियर भारतीय हैं। अमेरिका ने भारतीय प्रतिभा का फायदा उठाया है और आगे भी वह लीडर बना रह सकता है, बशर्ते स्किल्ड इमिग्रेशन को प्रोत्साहन दिया जाए।
गैर-कानूनी इमिग्रेशन को रोकना जरूरी है, लेकिन टैलेंटेड लोगों को आने से रोकना अमेरिका के हित में नहीं है।
सवाल 4: आपने ट्विटर का नाम बदलकर X क्यों रखा?
मस्क: ट्विटर एक विचारधारात्मक झुकाव वाला प्लेटफॉर्म बन गया था। मेरा लक्ष्य था इसे ऐसा स्थान बनाना जहाँ विचार स्वतंत्र हों और सभी विचारधाराओं को बराबर जगह मिले।
X का विज़न एक ‘एवरीथिंग ऐप’ है—जहाँ मैसेजिंग, पेमेंट, वीडियो, कॉलिंग और क्रिएशन सब एक ही जगह होंगे।
सवाल 5: जनसंख्या घटने से दुनिया को क्या खतरा है?
मस्क: आज दुनिया में औसतन एक महिला 1.5–1.6 बच्चे पैदा कर रही है, जबकि जनसंख्या को स्थिर रखने के लिए 2.1 की जरूरत होती है।
यदि यह ट्रेंड जारी रहा तो अगले 100–150 वर्षों में मानव जाति का अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है। मानव चेतना बढ़ानी है तो हमें ज्यादा लोग चाहिए।
सवाल 6: आपके कई पार्टनर्स से बच्चे हैं। क्या आप पारंपरिक परिवार को सही मानते हैं?
मस्क: पारंपरिक परिवार मॉडल काम करता है और अधिकांश लोगों के लिए आवश्यक है। मेरी स्थिति अलग हो सकती है, लेकिन इसका यह अर्थ नहीं कि पारंपरिक परिवार गलत है।
सवाल 7: आपकी फिटनेस कई लोगों को सरप्राइज करती है। इसका राज़ क्या है?
मस्क: (हंसते हुए) मैं बस नियमित वर्कआउट करता हूँ। बड़ा सीक्रेट यही है—कभी हार न मानो। आज भी मैं हफ्ते में 100 घंटे से ज्यादा काम करता हूँ।
सवाल 8: अमेरिका के बढ़ते कर्ज का हल क्या है?
मस्क: इसका एकमात्र समाधान उत्पादकता है, और इसे AI व रोबोटिक्स ही कई गुना बढ़ा सकते हैं। लंबे समय में पैसा एक औज़ार की तरह खत्म भी हो सकता है, क्योंकि जब मशीनें सारी जरूरतें पूरी करेंगी तो लेबर एलोकेशन के लिए मुद्रा की जरूरत नहीं रहेगी। भविष्य में असली करेंसी एनर्जी होगी।
सवाल 9: भारतीय उद्यमियों को आपकी क्या सलाह है?
मस्क: ऐसे उत्पाद और सेवाएँ बनाएं जो समाज की वास्तविक समस्या हल करें। यदि प्रोडक्ट महत्वपूर्ण है तो पैसा खुद आपके पीछे आएगा। असफलता से न डरें—उसी से सीखकर आगे बढ़ें।
सवाल 10: जीवन का अर्थ क्या है?
मस्क: मैंने बचपन से इस सवाल पर बहुत सोचा है। मेरा निष्कर्ष यह है कि जीवन का अर्थ है—चेतना का दायरा बढ़ाना। हम अभी यह भी नहीं जान पाए कि हमें कौन से प्रश्न पूछने चाहिए। असली चुनौती सही प्रश्न तलाशने की है।
सवाल 11: यदि आपकी कंपनियों के अलावा एक स्टॉक चुनना हो तो कौन सा?
मस्क: AI-रोबोटिक्स सेक्टर की कंपनियाँ—फिलहाल गूगल और एनवीडिया सबसे मजबूत दिखती हैं। भविष्य की अधिकांश वैल्यू AI, रोबोटिक्स और स्पेस से आएगी।
सवाल 12: क्या हम सिमुलेशन में रह रहे हैं?
मस्क: इसकी संभावना काफी ज्यादा है। पिछले 50 वर्षों में गेम्स और वर्चुअल दुनिया की गुणवत्ता को देखें—यदि यही गति रही तो जल्द ही वर्चुअल और वास्तविक दुनिया में अंतर समझना मुश्किल होगा।
इंटरव्यू सार -
| विषय |
मस्क के मुख्य विचार |
| AI और नौकरियाँ |
भविष्य में काम विकल्प बनेगा, मजबूरी नहीं। |
| सिंगुलैरिटी |
AI इंसानों से अधिक बुद्धिमान बनकर अंतरिक्ष में नई दुनिया रचेगा। |
| भारतीय टैलेंट |
टेस्ला–स्पेसएक्स में सबसे तेज दिमाग भारतीय; स्किल्ड वीज़ा बढ़ने चाहिए। |
| X प्लेटफॉर्म |
ट्विटर को ग्लोबल ‘एवरीथिंग ऐप’ में बदलने का विज़न। |
| जनसंख्या |
फर्टिलिटी रेट गिरना मानव सभ्यता के लिए बड़ा खतरा। |
| जीवन का अर्थ |
चेतना का विस्तार और सही प्रश्नों की खोज। |
| निवेश सलाह |
मजबूत टीम, अच्छा प्रोडक्ट और स्पष्ट रोडमैप वाली कंपनियाँ चुनें। |
| भविष्य की टेक |
AI रोबोट, स्टारलिंक और स्पेस सोलर सिस्टम मिलकर नई तकनीकी युग बनाएँगे। |