ताजा खबर
वी शांताराम की बायोपिक में नजर आएंगे सिद्धांत चतुर्वेदी   ||    साजिद नाडियाडवाला की इनोवेशन ने फ्रेंचाइज़ को बनाया सुपरहिट बोले तरुण मनसुखानी   ||    बॉर्डर 2 में दिलजीत दोसांझ का दमदार फर्स्ट लुक, इंडियन एयर फ़ोर्स के योद्धा के रूप में दिखेगी बहादुर...   ||    लॉरेन गॉटलिब ने नए घर में ग्रह-प्रवेश के साथ नई शुरुआत की, कहा “मुझे घर जैसा महसूस हो रहा है”   ||    सामंथा रूथ प्रभु ने राज निदिमोरू से की इंटिमेट शादी, ईशा फाउंडेशन में मनाया खास दिन   ||    अनिल कपूर ने ‘एनिमल’ की 2 साल की सालगिरह पर शेयर किया दिल छू लेने वाला नोट   ||    इमरान खान को तगड़ा झटका, PTI शासित खैबर पख्तूनख्वा में राज्यपाल शासन लगाने की तैयारी में सरकार   ||    पाकिस्तान में सैन्य नेतृत्व को लेकर खड़ा हुआ संकट, आसिम मुनीर को CDF बनाने से पहले गायब हुए PM शहबाज   ||    ‘ड्रामा नहीं डिलीवरी, नारा नहीं नीति चलेगी…, संसद सत्र से पहले PM मोदी के विपक्ष को 5 बड़े संदेश   ||    संसद-राष्ट्रपति की मुहर…फिर आसिम मुनीर को क्यों नहीं मिल रहा पाकिस्तान का सबसे पावरफुल पद?   ||   

Dev Uthani Ekadashi : देव उठनी एकादशी 23 को, 147 दिन बाद गूंजेगी शहनाई, ज्योतिषाचार्य से जान लें मार्च 2024 तक के सभी विवाह मुहूर्त

Photo Source :

Posted On:Monday, November 20, 2023

इस बार देवउठनी एकादशी 23 नवंबर को है। चातुर्मास यानी 147 दिनों के बाद देवता जाग जाएंगे और शहनाई गूंजने लगेगी। देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करने चले जाते हैं और देवउठनी एकादशी पर देव जागते हैं। इस अवधि को चातुर्मास कहा जाता है। लेकिन इस बार इस अवधि में ऋण मास भी था। इस प्रकार यह अवधि 147 दिन हो गई। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं होता है। इसलिए इस बीच शहनाई नहीं बजी.

देवउठनी एकादशी पर अबूझ मुहूर्त भी होता है। इसलिए इस दिन कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। दिवाली के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का विशेष महत्व होता है। इसे देवउठनी, देव प्रबोधिनी एकादशी और देवोत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की नींद पूरी करने के बाद जागते हैं। देवउठनी के दिन माता तुलसी का विवाह भी आयोजित किया जाता है। इस दिन से विवाह और मांगलिक कार्य भी प्रारंभ हो जाते हैं।

हरि ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि नवंबर में 23, 24, 27, 28 और 29, दिसंबर में 3, 4, 7, 8 और 9, जनवरी में 18, 21, 22, 29, 30 और 31, फरवरी में 1, 6, 14, 17 और 18 मार्च को और 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 और 9 मार्च को।

इस दिन माता तुलसी का विवाह भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप से भी किया जाता है। इस साल एकादशियों की तिथि दो दिन होने के कारण तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस बार एकादशी तिथि 22 नवंबर को रात 11 बजे शुरू होगी और 23 नवंबर को रात 9 बजे तक रहेगी। एकादशी व्रत उदया तिथि के अनुसार रखा जाता है। इस साल तुलसी विवाह और देवउठनी एकादशी 23 नवंबर, गुरुवार को है।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.