पुणे न्यूज डेस्क: पुणे नगर निगम (PMC) ने बुधवार को खारड़ी स्थित मणिपाल अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आरोप है कि अस्पताल ने एक मृत मरीज का शव बकाया बिल की वजह से परिजनों को सौंपने से मना कर दिया। PMC ने मीडिया रिपोर्ट्स का संज्ञान लेते हुए यह कार्रवाई की है।
PMC अधिकारियों के अनुसार, 54 वर्षीय रामभाऊ जाधव को 4 मई को दिल से जुड़ी बीमारी के इलाज के लिए मणिपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उनका इलाज किया गया और पेसमेकर लगाया गया। इलाज का कुल खर्च लगभग 3.30 लाख रुपये था, जिसमें छूट के बाद 1.75 लाख रुपये की राशि चुकाने की बात कही गई थी।
PMC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रामभाऊ जाधव का निधन मंगलवार सुबह 10:07 बजे हो गया था, लेकिन अस्पताल ने बकाया राशि के कारण शव को करीब 6 घंटे तक परिजनों को सौंपने से मना कर दिया। परिवार ने कई बार शव सौंपने का अनुरोध किया, ताकि अंतिम संस्कार किया जा सके, लेकिन अस्पताल ने आंशिक भुगतान से पहले शव देने से इनकार कर दिया।
PMC ने मणिपाल अस्पताल को भेजे नोटिस में कहा है कि यह मामला महाराष्ट्र सरकार की 14 जनवरी 2021 की अधिसूचना के नियम 11 (L) का उल्लंघन है, जो कि गंभीर है। अस्पताल प्रशासन को 24 घंटे के भीतर इस मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट और संबंधित डॉक्टरों का स्पष्टीकरण मांगा गया है।