ताजा खबर
पुणे में मनपा का सख्त एक्शन: अवैध फ्लेक्स लगाने वालों पर गिरेगी गाज!   ||    कलेक्टर डूडी का सख्त संदेश: बैंक दिखाएं नतीजे, न कि बहाने   ||    RJD को चुनाव से पहले मिला एक और झटका, अब इस विधायक ने थमाया इस्तीफा   ||    कौन हैं मारिया कोरिना मचाडो? जिन्हें मिला 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार   ||    IPS अधिकारी पूरन कुमार की मौत के चार दिन बाद भी नहीं हुआ पोस्टमार्टम; न्याय के लिए पत्नी ने रखी ये म...   ||    लाहौर-इस्लामाबाद में प्रदर्शन, गोलीबारी के बाद इंटरनेट बैन… पाकिस्तान में क्यों सड़क पर उतरे लोग?   ||    डोनाल्ड ट्रंप को Nobel Peace Prize नहीं मिला तो क्या होगा? 5 पॉइंट में जानें साइड इफेक्ट्स   ||    Karwa Chauth 2025: आज करवा चौथ पर चांद न दिखे तो कैसे तोड़ें व्रत? जानें उपाय   ||    सीजफायर की डील फाइनल होते ही गाजा पर इजरायल की एयर स्ट्राइक, 30 फिलिस्तीनियों की मौत   ||    फिलीपींस में भूकंप के डरावने वीडियो, घर-इमारतें ढहीं और फैली दहशत, जान बचाने को लोग भागे इधर-उधर   ||   

घर पर पथराव के बाद सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने जताया खेद, पत्र लिखकर राजपूतों के बारे में कही ये बात

Photo Source :

Posted On:Thursday, March 27, 2025

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन ने बुधवार को उनके निवास पर करणी सेना द्वारा किए गए बवाल के बाद पत्र जारी कर अपनी सफाई दी है।

अपने बयान पर खेद जताया

सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा,

"मुझे दुःख है कि मेरे वक्तव्य से कुछ लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं, जबकि मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था। मुझे इसका खेद है। मैं सभी जाति, वर्गों एवं संप्रदायों का सम्मान करता हूं।"

उन्होंने आगे लिखा कि राजपूत समाज के गौरव की अनेक गाथाएं हैं, और उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता।

इतिहास के मुद्दों पर विवाद क्यों?

रामजीलाल सुमन ने अपने पत्र में कहा कि राज्यसभा में वक्तव्य के दौरान उनका आशय यह था कि हमें इतिहास के दबे मुर्दों को पुनर्जीवित नहीं करना चाहिए। लेकिन उनके बयान की मूल भावना को छोड़कर अनावश्यक विवाद खड़ा किया जा रहा है।

जाति और धर्म की राजनीति से दूर रहने की बात

सपा सांसद ने जोर देकर कहा,"मैंने कभी भी जाति या धर्म की राजनीति नहीं की है। मेरा राजनीतिक जीवन समाजवादी विचारधारा के मूल्यों के प्रति समर्पित रहा है।"

फिरोजाबाद, आगरा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जो कह सके कि उन्होंने कभी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव किया हो।

समाज में वैमनस्यता नहीं फैलाने की अपील

उन्होंने आगे कहा कि हमें इतिहास से सीख लेकर न्याय संगत समाज के निर्माण की दिशा में कार्य करना चाहिए, न कि समाज में वैमनस्यता पैदा करनी चाहिए। यही उनके बयान की मूल भावना थी।

निष्कर्ष

सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने अपने बयान पर सफाई देते हुए करणी सेना के विरोध के बाद खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाएं आहत करने का नहीं था, बल्कि वह इतिहास के विवादों को तूल देने के खिलाफ थे। अब देखना यह होगा कि उनके इस स्पष्टीकरण से विवाद थमता है या नहीं।


पुणे और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. punevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.